Oh My Love!
मेरे आसमां
टूटे तारों का ना शोक मनाते हो, ना चमकते चांद पे इतराते हो
भोर की ठंडक हो या सूरज की तपिश, चुप से रहते हो
ऐ मेरे आसमां कभी तो कहो, आखिर क्या ख्वाहिश रखते हो?
वो गरजते बादल क्या तुम्हारा गुस्सा बयां करते हैं
या बस यूं ही कभी तुम रो दिया करते हो
जो कभी कभी इंद्रधनुष से खुद को सजाते हो
वो खुशी बयां करते हो या बस दिल बहलाते हो
वो नीलम से तुम हो या गहरा समन्दर है
एक से कैसे हो, क्षितिज पर मिल क्या बातें करते हो
टूटे तारों से जो धरती को सजाते हो
उनके खोने के गम को कैसे छूपा जाते हो
टूटे तारों का ना शोक मनाते हो, ना चमकते चांद पे इतराते हो
भोर की ठंडक हो या सूरज की तपिश, चुप से रहते हो
ऐ मेरे आसमां कभी तो कहो, आखिर क्या ख्वाहिश रखते हो?